पादप में कोशिका के प्रकार (Padap me Kosika Ke Parkaar) :- इस पोस्ट के माध्यम से आज हम कोशिका की परिभाषा (kosika ki pribhasa), इसके अंग और कार्य (Kosika ke kary) ,कोशिका के प्रकार,पादप में कोशिका के प्रकार,कोशिका की संरचना एवं भाग कोशिका भित्ति ,जीवद्रव्य,रिक्तिका और इसके प्रकार आदि के बारे में विस्तार से पढ़ेंगे। आप अच्छे से इनके बारे में अध्ययन करें। ताकि आगे आने वाले विभिन प्रतियोगी परीक्षाओ जैसे राजस्थान रीट (Rajasthan REET),IIT, NIT, AIIMS Exam आदि में आप अच्छे नम्बर प्राप्त कर सको। तो आइये देखते है Padap me Kosika Ke Parkaar के बारे में एक महत्वपूर्ण जानकारी।
Types of Cells in Plants
मृदुतक कोशिकाएं :– इस ऊतक की कोशिकाएं जीवित, गोलाकार, अंडाकार, बहुभुजी या अनियमित आकार की होती हैं। इस प्रकार की कोशिकाओं के बीच अंतर कोशिकीय स्थान रहता है।
स्थूलकोण कोशिकाएं :– इस ऊतक की कोशिकाएं केन्द्रकयुक्त, लम्बी या अण्डाकार या बहुभुजी, जीवित तथा रसधानीयुक्त होती हैं। इनमें हरितलवक होता है एवं भिति में किनारों पर सेलूलोज होने से स्थूलन होता है।
दृढ़ कोशिकाएं :– इस ऊतक की कोशिकाएं मृत, लंबी, संकरी तथा दोनों सिरों पर नुकीली होती हैं। इनमें जीवद्रव्य नहीं होता है एवं इनकी भिति लिग्निन के जमाव के कारण मोटी हो जाती है।
जाइलम् :– यह पौधों के जड़, तना एवं पत्तियों में पाया जाता है। यह चार विभिन्न प्रकार के तत्वों से बना होता है। ये निम्नलिखित हैं – वाहिनिकाएं, वाहिकाएं. जाइलम तंतु तथा जाइलम मृदुत्तक।
फ्लोएम :– जाइलम की भांति फ्लोएम भी पौधे की जड़, तना एवं पत्तियों में पाया जाता है। यह पतियों द्वारा तैयार भोज्य पदार्थ को पौधों के विभिन्न भागों तक पहुंचाता है। फ्लोएम निम्नलिखित चार तत्वों का बना होता है –
- चालिनी नलिकाएं,
- सहकोशिकाएं
- फ्लोएम तंतु
- फ्लोएम मृदुताक
विभाज्योतिकी :– यह ऐसी कोशिकाएं हैं, जिनमें बार-बार सूत्री विभाजन करने की क्षमता होती है।
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